
वादा किया वो कोई और था, वोट मांगने वाला कोई और
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तिवारी जी जब से कुम्भ से लौटे हैं तब से बस अध्यात्म की ही बातें करते हैं।
कई ज्ञानी जो उनकी बातें सुनते हैं वो पीठ पीछे यह भी कहते सुने जाते हैं कि
तिवार...
7 टिप्पणियाँ:
वाह जी! ई तो भैंस न रही, नेता हो गई.
इष्ट देव सांकृत्यायन
जो भी है - अपना ही पी रही है किसी और का नहीं :D
क्लिक करने का टाइमिंग निश्चय ही प्रशंसनीय है। चित्र अनूठा बन पडा है।
क्लिक करने का टाइमिंग निश्चय ही प्रशंसनीय है। चित्र अनूठा बन पडा है।
भैस ढूध ख़ुद का पी रही और उसे ख़ुद का दूध पिलाया जा रहा है . मजेदार चित्र. धन्यवाद.
रोज मुझे लोगों की बातें सुननी पड़ती हैं, पतले दूध के कारण। ले खुद ही चख कर देख ले।
विष्णु बैरागी कुछ भी तो प्राबल्म नहीं है, शायद आपका कम्पयूटर धीमा है।
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