
आशीर्वादी जुमलों का एक सीमित संसार
-
मानसिक रूप से तिवारी जी उम्र के उस पड़ाव में आ गए हैं जहाँ मात्र आशीर्वाद
देने के सिवाय और कोई काम नहीं रहता। दरअसल उम्र से तो वह लगभग अभी 60 के आस
पास...
चलता फिरता ब्लॉग چلتا پھرتا بلاگ
4 टिप्पणियाँ:
:) सचमुच ऐसा हो सकता है?!!
वाह! क्या सदुपयोग है! जबर्दस्त !
घुघूती बासूती
ha ha ha ..mast hai ji.
PAHLE AADMI PAHNEGA FIR AAURAT
Post a Comment